ये
दो मिनट के
मौन का वक्त नहीं है
वक्त है
उन्हें मौन कराने का
जो उगलते रहते हैं
मानवता
के
खिलाफ
अनर्गल ।
0 राजेश उत्साही
दो मिनट के
मौन का वक्त नहीं है
वक्त है
उन्हें मौन कराने का
जो उगलते रहते हैं
मानवता
के
खिलाफ
अनर्गल ।
0 राजेश उत्साही
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जवाब देंहटाएंसही ..
जवाब देंहटाएंबात तो सही है, पर उगले तब न
जवाब देंहटाएंसही.
जवाब देंहटाएंऐसे लोगों को भला कैसे मौन कराएँगे ?ये हो सकता है कि उनको सुनना बंद कर दें
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